हिंदी विभाग
कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, नलदुर्ग जि. उस्मानाबाद
साहित्य केवल लोकरंजन की सामग्री नहीं अपितु लोकशिक्षण भी है। यही कारण है की साहित्य को समाज का दर्पन कहा जाता है । साहित्य मनुष्यको सुशिक्षित और सुसंस्कृत बनाता है ।उसमें समाज मे रहने की नैतिकता जगाता है। भूतकाल की नींव पर वर्तमान खडा है, और वर्तमान की नींव पर भविष्यको खडा रहना होगा। हम अपने साहित्य के द्वारा भूत को पहचाने, उसी में भविष्य के सपने छिपे हुए रहते हैं ।
भारत के स्वातंत्र होने पर देश की संविधान समितिने 14 सितबंर 1949 को हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकृति दी और देवनागरीलिपि को राष्ट्रलिपि के रूप में । 26 जनवरी 1965 को संविधान के अनुच्छेद 343 के अधिनियम के अनुरूप हिंदी संघराज्य की राज भाषा घोषित कर दी गई । यही राज भाषा आज विश्वभाषा बनने की ओर अग्रेसर होती हुई दिखाई दे रही है । विगत कुछ दिनों में हिन्दी की वैश्विक स्थिति को देखें तो दिखाई देता है कि हिन्दी संयुक्त राष्ट्रसंघ (UNO) की भाषा बनने का गौरव प्राप्त हुआ है ।अभी कुछ दिन पुर्व भारतीय हिन्दी लेखिका ‘गितांजली श्री ‘को उनके उपन्यास ‘रेतसमाधि ‘ (Tomb Of Sand) को अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया । जिससे हिन्दी का डंका फिर से गुंज उठा ।
संविधान समिति के अनुसार हिंदी में राष्ट्रभाषा होने के लगभग सभी गुण पाए जाते हंै । यह भाषा सरल, सुबोध एवं नवीन शब्दों के निर्माण की क्षमता से युक्त है ।इसकी लिपि वैज्ञानिक एवं सरल है तथा इसमें देश की भावात्मक एकता बनाए रखने की अदम्य क्षमता है ।
हिंदी की सर्व व्यापकता, सुमधुरता, सरलता एवं महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित होकर बालाघाट शिक्षण संस्था के पुर्व अध्यक्ष स्वर्गीय मा. शिवाजीराव पाटील बाभलगांवकर, अध्यक्ष मा. मधुकररावजी चव्हाण, आदरनीय नरेन्द्रजी बोरगावकर, एवं शिक्षासम्राट स्वर्गीय सि. ना. आलुरे गुरूजी ने इस महाविद्यालय में हिंदी विषयका चयन किया। विगत पचास वर्षो से इस महाविद्यालय में हिंदी का प्रचार-प्रसार जोर शोर से किया जा रहा है ।
महाविद्यालय की स्थापना के साथ ही हिंदी विभाग का आरंभ 15 जून 1971 में हुआ । स्थापना के समय बी.ए. प्रथम वर्ष ऐच्छिक हिंदी तथा द्वितीय भाषा हिंदी बी. ए, बी.कॉम, बी.एस्सी, प्रथम वर्ष का आरंभ किया गया ।फिर प्रति वर्ष एक-एक कक्षा बढती गई । महाविद्यालय स्थापना के समय हिंदी विभाग में अध्यापक के रूप में प्रा. सौ. सुजाता लोखंडे ( विभाग अध्यक्ष ) इन्होने 15 जून 1972 से कार्यभार संभाला ।उनके बाद विभाग में 10 अक्तुबर 1974 से प्रा. कु. एम.डी. भोसले का प्रवेश हुआ।इन दोनों अध्यापिकाओंने 1972 तथा 1995 तक हिंदी विभाग का कार्यभार कुशलता से संभालते हुए स्वेच्छा निवृत्ति ग्रहण की।
प्रा.सौ.सुजाता लोखंडे इनके स्वेच्छा सेवा निवृत्ति ग्रहण के पश्चात प्रा.कु. एन. डी. भोसले इन्होंने भी 30 नोहें. 1995 को स्वेच्छा सेवा निवृत्ति ग्रहण की । इसके पश्चात विभाग में प्रा. सुभाष राठोड का 01 दिसंबर 1995 में और प्रा. पंडित गायकवाड का 21 नवंबर 1994 से हिंदी विभाग सेवा आरंभ हुई । 06 नवंबर 1998 में प्रा. हाशमबेग मिर्झा की विभाग में नवनिर्वाचित अधिव्याख्याता के रूप में नियुक्ति हुई। अब विभाग में डॉ. सुभाष राठोड और डॉ. हाशमबेग मिर्झा प्रोफेसर पद पर कार्यरत है ।
विभाग मे शोधकार्य की परंपरा 1998 से आरंभ हुई जो अबाध गति से जारी है । विभाग में पीएच - डी. का शोधकार्य 2008 से आरंभ है। अभी तक विभाग के आठ शोधार्थी पीएच-डी. की उपाधि से सम्मानित हुए हैं तथा 13 शोधार्थी विभाग में पीएच-डी. का शोध कार्य कर रहे हैं।
हिंदी विभाग में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस और 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस और सप्ताह मनाया जाता है। तुलसी जयंती, कबीर जयंती, प्रेमचंद जयंती, निराला जयंती आदि महानुभावों के स्मरण मे विविध कार्यक्रमोंका आयोजन किया जाता है।
महाविद्यालयीन स्नेह संमेलन तथा अन्य पर काव्यवाचन, निबंध लेखन, वक्तृत्व स्पर्धा, सु-अक्षर लेखन आदि प्रतियोगीताएँ आयोजित कर उनके प्रमाण पत्र छात्रों को दिये जाते हैं।
छात्रों में साहित्य के प्रतिरूचि निर्माण हो इसलिए विभाग का अपना ‘प्रयास‘ नाम क भित्तिपत्रक है। जिसे विशेष कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रकाशित किया जाता है।
01 | Dr. S.S. Rathod | Head | Download Resume | |
02 | DR.H.M.MIRZA | Professor | Download Resume |
New Syllabus W.E. June 2022 | ||
Sr. No | Class | View/Download |
1 | B.A. First Year Semester I & II | Download |
2 | M.A. First Year | Download |
Sr. No | Class | View/Download |
1 | B.A. First Year Semester I & II | Download |
2 | B.A. Second Year Semester III & IV | Download |
3 | B.A. Third Year Semester V & VI | Download |
4 | M.A. First Year | Download |
5 | M.A. Second Year | Download |
Coming Soon
Coming Soon
Research Activity
Dr. H. M. Mirza, Professor, Arts Science and Commerce College, Naldurg
अ.क्र. | लेखकाशीर्षक | ग्रंथकानाम | संपादक | ISSN /ISBN | प्रकाशक /वर्ष | स्तर |
1 | सुनहरे सपनों के रैपर में लिपटी सड़ांधता की पेशकश | 21 वींसदीकानाटयसाहित्य: विविधविमर्श | डा. विजय वाघ | 978-93-88130-87-5 | आर. पब्लिशिंगकंपनी, दिल्ली | राष्ट्रीय |
2 | वर्तमानसमस्याकेव्यंग्यचितेरेलतीफघोंघी | उत्तरशतीकाहिन्दीसाहित्य: सृजनकीदिशाएं | डा. हाशमबेग मिर्झा | 978-93-82409-80-9 | परागप्रकाशन, कानपुर | राष्ट्रीय |
3 | कर्बलात्यागऔरबलिदानकीविजयीदास्तां | अधुनातननाटयविमर्श | डा. हाशमबेग मिर्झा | 978-93-83400-7-13 | रोशनीपब्लिकेशन्स, कानपुर | राष्ट्रीय |
4 | महासत्ताकीचादरओढ़ेजर्जरभारतकीतस्वीरकाआईना | भुवनेश्वरउपाघ्याय: समीक्षाकेनिकषपर | डा. मुदस्सीर सय्यद | 978-93-90265-66-4 | अमनप्रकाशन, कानपुर - 2021 | राष्ट्रीय |
5 | ’द्रोणाचार्यएकनहीं’ दलितसाहित्यकेक्षेत्रमें | समकालीनहिन्दीसाहित्यमेंविविधस्वर | डा. नागनाथ भिंडे | 978-93-83171-47-7 | पूजापब्लिकेशन, कानपुर - 2020 | राष्ट्रीय |
6 | हिन्दीसाहित्येतिहासलेखनकीसमस्यांए | हिन्दीसाहित्येतिहासलेखनकीआवश्यकता | डा. बलभिमराज गोरे | 978-81-943395-0-2 | वाण्यापब्लिकेशनस, कानपुर - 2020 | राष्ट्रीय |
7 | महाराष्ट्रमेंदक्खिनीहिन्दीकेविकासकीपृष्ठभूमि | महाराष्ट्रमेंहिन्दी | डा. हाशमबेग मिर्झा | 978-93-82234-46-3 | साहित्यसागरप्रकाशन, कानपुर - 2019 | राष्ट्रीय |
8 | प्रवासीभारतीयसाहित्यकारोंकीहिन्दीसेवा | प्रवासीहिन्दीसाहित्यवैचारिकअनुशीलन | डा. शब्बीर बाशा | 978-93-87941-37-3 | मायाप्रकाशन, कानपुर - 2019 | राष्ट्रीय |
9 | सूचनाप्रौद्योगिकीकेक्षेत्रमेंअनुवादकीसंभावनाएं | प्रौद्योगिकी, अनुवादऔरशब्दावली | डा. हाशमबेग मिर्झा | 978-93-83742-17-2 | हमदर्दपब्लिकलायब्ररी,बीड - 2019 | राष्ट्रीय |
10 | कम्प्युटर, इंटरनेटऔरनागरीलिपि | नागरीलिपिकीप्रयोजनीयता | डा. हाशमबेग मिर्झा | 978-93-82234-48-7 | साहित्यसागरप्रकाशन, कानपुर - 2018 | राष्ट्रीय |
11 | सामायिकगजलकारदुष्यंतकुमारऔरसुरेशभट्ट | भारतीयभाषाऔरसाहित्यचिंतन | डा. अंबादास देशमुख | 978-93-80788-65-4 | शैलजाप्रकाशन, कानपुर - 2017 | राष्ट्रीय |
12 | भूमंडलीकरणकेदौरमेंअदिवासीउपन्यास | भारतीयसाहित्यऔरअदिवासीविमर्श | डामाधव सोनटक्के | 978-93-5000-855-3 | वाणीप्रकाशन, दिल्ली - 2017 | अंतर्राष्ट्रीय |
13 | उत्तराधुनिकसाहित्यकीअवधारनाएवंमानवाधिकारकेमूल्य | मानवाधिकारएवंहिन्दीसाहित्य | डा. प्रेमचंद चव्हाण | 978-93-86242-54-9 | विश्वभारतीप्रकाशन,लातुर - 2017 | राष्ट्रीय |
14 | नारीकेअंतर्बाहयव्यथाकोव्यक्तकरतीउपन्यासकारशशीप्रभाशास्त्री | महिलासशक्तिकरण | प्रो. आशा सिंह | 978-93-86281-72-2 | निखिलपब्लिशर्स, आगरा - 2017 | राष्ट्रीय |
15 | राष्ट्रीयएकताऔरदक्खिनीहिन्दी | दक्खिनीहिन्दीकेकवि | डा. विजयसिंह ठाकूर | 978-81-923487-6-6 | यशवंतप्रकाशन, नांदेड - 2017 | राष्ट्रीय |
16 | आक्रोशकादायरातोडतीदलितकविता | दलितसाहित्यसमकालीनसाहित्यचिंतन | डा. पंडित गायकवाड | 978-93-82234-27-2 | साहित्यसागरप्रकाशन, कानपुर - 2017 | राष्ट्रीय |
17 | सय्यदअतहरऔरंगाबादीव्यक्तिऔरसृष्टि | दानिश्वर | डा. जर्रा काझी | 2017 | मुस्लीमसाहित्यप्रकाशन, सोलापुर | राष्ट्रीय |
18 | नईसदीकासाहित्यऔरवृध्दविमर्श | नईसदीकेहिन्दीसाहित्यकीबदलतीप्रवृत्तियां | प्रा. साहेब हुसैन जागीरदार | 978--81-930214-2-2 | अजूमनप्रकाशन, विजयपुरकर्नाटक - 2016 | राष्ट्रीय |
19 | कबीरऔरजायसीकारहस्यवाद: तुलनात्मकअध्ययन | Devotional Literature in DravidianLanguages | Dr. P. Sivaraja | 978--81-930882-7-2 | तिरूपतिआंध्रप्रदेश- 2016 | राष्ट्रीय |
20 | भारतीयसंस्कृतिकेसंवेदनशीलनाटककार: गिरीशकर्नाड | भारतीयभाषाओंकाअनूदितसाहित्य | डा. दत्ता साकोळे | 978-81-922425-7-6 | शिल्पाप्रकाशन, उदगीर - 2016 | राष्ट्रीय |
21 | अनुवादऔररोजगार | हिन्दीमेंरोजगारकीसंभावनाएं | डा. शहाबुद्दीन शेख | 978-93-82119-43-2 | नवभारतप्रकाशन,दिल्ली - 2015 | राष्ट्रीय |
22 | इक्कीसवीसदीकीहिंदीकवितामेंसंवेदनाकेस्वर | इक्कीसवीसदीकाहिंदीसाहित्य: चिंतनऔरचुनौतियां | नवनाथ शिंदे | 978-93-81610-62-6 | शिल्पायनपब्लिकेशन, दिल्ली 2015 | राष्ट्रीय |
23 | समकालीनहिंदीउपन्यासोंमेंदलितविमर्श | समकालीनस्त्रीऔरदलितविमर्श | डॉ मंजूर सैयद | 978-81-923650-6-0 | नसिक - 2014 | राष्ट्रीय |
24 | कबीरसाहित्यकामुल्यांकन | कबीरव्यक्तित्वऔरविचार | डॉ . अशोक मर्डे | 978-81-92 2425-4-5 | शिल्पाप्रकाशन, उदगीर-2014 | राष्ट्रीय |
25 | संतगरिबदासकीभक्तिभावना | हिन्दीसंतसाहित्य | डॉ . संघप्रकाश दुड्डे | 854-53-88315-85-5 | संकल्पप्रकाशन, सोलापुर-2013 | राष्ट्रीय |
26 | ईलेक्ट्रानिकमीडिया;विज्ञापनकीहिंदी राष्ट्रीय | सूचना,प्रौद्योगिकीएवंहिंदीभाषा | प्रा.भगवानआदटराव | 978-93-83183-38-8 | WIZCRAFT Pub Solapur-2014 | राष्ट्रीय |
27 | मराठीलोकनाटयतमाशा | लोकसंस्कृतिएवंसाहित्यकावर्तमानस्वरूप | डॉ . अल्पना सिंह | 978-93-82485-29-2 | वांग्मयप्रकाशन, अलिगड-2014 | राष्ट्रीय |
28 | भूमंडलीकरणकेसंदर्भमेंहिंदीअनुवादसाहित्य | हिंदीकावैश्विकपरिदृश्य | प्रो. महेश दिवाकर | 97-81-89092-37-5 | विश्वप्रकाशन, नईदिल्ली-2013 | राष्ट्रीय |
29 | आचलिकताकोदर्शाताकथाकारभास्करचंदनशिव | हिंदीमेंअनूदितभारतीयसाहित्य | डॉ . अशोक मर्डे | 978-81-922425-1-4 | शिल्पाप्रकाशन, उदगीर-2013 | राष्ट्रीय |
30 | आदिवासीजीवनकीसंघर्षगाथाःअग्निगर्भ | हिंदीमेंअनूदितभारतीयसाहित्य | डॉ . अशोक मर्डे | 978-81-922425-1-4 | शिल्पाप्रकाशन, उदगीर-2013 | राष्ट्रीय |
31 | हिंदीकाव्यमेंनैतिकमूल्य | हिंदीसाहित्यमेंनैतिकमूल्य | डॉ . शाकेर शेख | 978-93-82588-02-3 | आधारप्रकाशन, अमरावती-2013 | राष्ट्रीय |
32 | समयकीदस्तकदेतीआदिवासीकविता | आदिवासीसाहित्य: विविधआयाम | डॉ . रमेश कुरे | 978-93-81317-48-8 | विकासप्रकाशन, कानपुर -2013 | राष्ट्रीय |
33 | आदिलशाहीकालीनदक्खिनीकाव्य | दक्खिनीभाषाऔरसाहित्य | प्रो. टी. वी. कट्टीमनी | 978-93-8322-02-5 | मौ. आ. ने. उ.विश्वविद्यालय, हैदराबाद | राष्ट्रीय |
34 | आदिलशाहीकालीनदक्खिनीकवि | दक्खिनीभाषाऔरसाहित्य | प्रो. टी. वी. कट्टीमनी | 978-93-8322-02-5 | मौ. आ. ने. उ.विश्वविद्यालय, हैदराबाद | राष्ट्रीय |
35 | डॅा.रामकुमारवर्माकेऐतिहसिकएकांकी | साहित्यकाररामकुमारवर्माएकअवलोकन | डा. देवीदास इंगले | 978-93-80417-19-6 | अमनप्रकाशन, कानपुर -2010 | राष्ट्रीय |
36 | वैश्विकरणकीप्रक्रिया: मीडियामेंहिंदी | वैश्विकरणकेपरिप्रेक्ष्यमेंभाषाऔरसाहित्य | डा.माधव सोनटक्के | 81-902380-7-8 | अतुलप्रकाशन, कानपुर -2010 | राष्ट्रीय |
37 | जैनेंद्रकुमारकेउपन्यासोंमेंनारीकेविविधरूप | जैनेंद्रकुमारकेसाहित्यकीप्रासंगिकता | डा. बी. आर. धापसे | किर्तीप्रकाशन, औरंगाबाद-2008 | राष्ट्रीय | |
38 | महात्मागांधीद्वाराहिंदीकीसेवा | हिंदी: राष्ट्रभाषासेविश्वभाषाकीओर | डा.सुरेश माहेश्वरी | विकासप्रकाशन, कानपुर -1998 | राष्ट्रीय |
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी - सम्मेलन -अधिवेशन में सहभाग
अ.क्र. |
अंतर्राष्ट्रीय, सम्मेलन संगोष्ठी |
विश्वविद्यालय / महाविद्यालय |
तिथि |
राज्य/देश |
1 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
मुंबईविश्वविद्यालय, मुबंई | 07,08मार्च2011 | महाराष्ट्र |
2 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
आंध्र प्रदेश विश्वविद्यालय, विशाखापट्नम | 24से 26 फरवरी 2011 | आंध्र प्रदेश |
3 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
के. एल. ई. महाविद्यालय, हुबली | 15,16,17अक्तूबर 2011 | कर्नाटक |
4 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, मुंबई | 27, 28 जनवरी 2012 | महाराष्ट्र |
5 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
विद्यावर्धिनी का कला,विज्ञान,वाणिज्य, धूले | 21,22 मार्च 2012 | महाराष्ट्र |
6 |
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन |
पांचवा अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन | 24 से 30 जून 2012 | ताश्कंद उज्बेकिस्तान |
7 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
कला, विज्ञान महाविद्यालय गारखेडा , औरंगाबाद | 04,05 मार्च 2013 | महाराष्ट्र |
8 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
अग्रवाल कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, कल्याण | 11,12 जनवरी 2013 | महाराष्ट्र |
9 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी साहित्य कला मंच , मुरादाबाद | 08 से 11 जून 2013 | काठमांडू नेपाल |
10 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
हमदर्द पब्लिक लायब्ररी बीड | 8,9 फ़रवरी 2014 | महाराष्ट्र |
11 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई | 10 सितंबर 2014 | महाराष्ट्र |
12 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड,कर्नाटक | 30,31 अक्तु. 2014 धारवाड | धारवाड,कर्नाटक |
13 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
कला, विज्ञान महाविद्यालय गारखेडा , औरंगाबाद | 13,14 जून 2015 | महाराष्ट्र |
14 |
10 वा विश्व सम्मेलन |
भारतसरकार-10 वा विश्व हिंदी सम्मेलन, भोपाल | 10,11,12 सितंबर 2015 | भोपाल, मध्य-प्रदेश |
15 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
के . एम. सी . कालेज खोपोली | 25 जनवरी 2016 | महाराष्ट्र |
16 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
श्री व्यंकटेश्वर युनिव्हर्सिटी तिरूपति | 16,17अप्रेल 2016 | तिरूपति, आंध्र-प्रदेश |
17 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
वसुंधरा महाविद्यालय, सोलापुर | 10 अप्रेल 2016 | सोलापुर, महाराष्ट्र |
18 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी साहित्य कला मंच , मुरादाबाद एवं इनाल्को विश्वविद्यालय पेरिस फ्रान्स | 10 से 16 जून 2016 | पेरिस फ्रान्स |
19 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद | 16 सितंबर 2016 | तेलंगाना, हैदराबाद |
20 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
श्री लक्ष्मी व्यंकटेश देसाई महाविद्यालय, रायचूर | 18 मार्च 2017 | रायचूर, कर्नाटक |
21 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
केंद्रीय हिन्दी संस्थान आगरा तथा कबीर प्रतिष्ठान, लातुर | 22,23 सितंबर 2017 | लातुर, महाराष्ट्र |
22 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
अंतर्राष्ट्रीयहिन्दीसमिति, अमेरिकातथाराष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय, नागपुर | 10 जनवरी 2017 | नागपुर, महाराष्ट्र |
23 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
श्री.संगमेश्वर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, चडचण | 08 जून 2020 | चडचण, कर्नाटक |
24 |
अंतर्राष्ट्रीयसंगोष्ठी |
विश्व मैत्री मंच, हैदराबाद | 10 जनवरी 2022 | तेलंगाना, हैदराबाद |
Dr. H. M. Mirza
शोध प्रकल्प / MRP Research Project
अ.क्र. |
संशोधकअध्यापक | शोधप्रकल्प | शोधविषय | मंजूरराशी |
स्थिति |
1 |
डा. हाशम बेग मिर्झा |
लघु शोध प्रकल्प [Minor Project] |
मुल्ला वजही कृत कुतुब मुश्तरीः एक विश्लेषण |
60000/- UGC |
पुर्ण |
2 |
डा. हाशम बेग मिर्झा | लघु शोध प्रकल्प
[Minor Project] |
मराठवाडा के दक्खिनी कवियोंका अध्ययन |
10000/- Dr.BAMU |
पुर्ण |
3 |
डा. हाशम बेग मिर्झा | लघुशोधप्रकल्प
[Minor Project] |
दक्खिनीकविसुलेमानख़तीबकृतकेवड़ेकाबनएकविश्लेषण |
55000/- UGC |
पुर्ण
|
4 |
डा. हाश मबेग मिर्झा |
बृहद शोध प्रकल्प [Major Project]
|
हिंदी साहित्य के विकास मे दक्खिनी हिंदी साहित्य की अधुनातन काल में उपादेयता |
934600/- UGC |
कार्यरत |